31 जनवरी एवं 1 फरवरी 2020 को बैंकों में हड़ताल


बैंक कर्मचारियों एवं अधिकारियों का वेतन पुनरीक्षण नवंबर 2017 से देय है- भारतीय बैंक संघ (IBA) के अनुचित विलंब पर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (UFBU) द्वारा 31 जनवरी एवं 1 फरवरी 2020 को हड़ताल का आह्वान किया गया है बैंक कर्मचारियों एवं अधिकारियों के वेतन-भत्तों एवं सेवा-शों का निर्धारण सामूहिक सौदेबाजी से द्विपक्षीय समझौते द्वारा संम्पन्न किया जाता है। इसी आधार पर पांच वर्ष में एक बार कर्मचारी-अधिकारी संघ द्वारा दिए गए मांग पत्र के आधार पर सभी सदस्य बैंकों के प्रतिनिधि के रूप में भारतीय बैंक संघ (IBA) के साथ चर्चा उपरांत पुनरीक्षित किया जाता है । तदनुसार पिछला समझौता जिसकी अवधि नवंबर 2012 से अक्टूबर 2017 थी को मई 2015 में अंतिम रूप दिया गया था । अतएव वेतन पुनरीक्षण नवंबर 2017 से लागू किया जाना था। पुराने अनुभव को ध्यान में रखते हुए कि समझौते को संपन्न किए जाने में विलंब होता है, वित्तीय सेवाओं के विभाग, वित्त मंत्रालय द्वारा दिनांक 17.1.2016 को सभी बैंकों के प्रबंधन एवं भारतीय बैंक संघ (IBA) को पत्र जारी कर परामर्श दिया गया था कि 11वें द्विपक्षीय वेतन समझौते को नवंबर 2017 से पूर्व सम्पन्न कर लिया जाए। इसलिए कर्मचारी एवं अधिकारी संघ द्वारा अपना मांग पत्र समय से पूर्व प्रेषित कर दिया गया था तथा द्विपक्षीय वार्ता मई 2017 में इस आश्वासन के साथ प्रारंभ कर दी गई थी कि समझौता नवंबर 2017 से पूर्व संपन्न कर लिया जाएगा। दुर्भाग्यवश भारतीय बैंक संघ (IBA) ने मई 2018 तक वेतन बढ़ोतरी का कोई प्रस्ताव नहीं दिया तत्पश्चात उसके द्वारा अत्यंत अल्प 2% बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया । पिछले 30 माह में वार्ताओं के विभिन्न दौर के पश्चात भारतीय बैंक संघ (IBA) ने केवल 12.25% बढ़ोतरी का संशोधित प्रस्ताव प्रस्तुत किया । जबकि यह भी कि, पिछले समझौते में शासन द्वारा 15% बढ़ोतरी को मंजूरी प्रदान की गई थी। वर्तमान दौर में कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई है तथा बैंकों में कार्यरत कर्मचारियों पर कार्य का बोझ बहुत ज्यादा बढ़ गया है । इसलिए बैंक कर्मी वर्तमान समझौते में एक उचित एवं तर्कसंगत वेतन बढ़ोतरी की अपेक्षा रखते हैं । इसलिए भारतीय बैंक संघ (IBA) के वर्तमान अपर्याप्त बढ़ोतरी प्रस्ताव एवं कठोर दृष्टिकोण से अत्यंत निराशा एवं रोष का वातावरण निर्मित हुआ है । इसी प्रकार दूसरी अन्य महत्वपूर्ण मांगें भी अनसुलझी एवं अनिर्णित हैं। __इसलिए यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (UFBU) जो बैंकों में कर्मचारियों एवं अधिकारियों के 9 श्रमिक संगठनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन (AIBEA) ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कनफेडरेशन (AIBOC) नेशनल कनफेडरेशन आफ बैंक एम्पलाइज (NCBE) ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (AIBOA) बैंक एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (BEFI) इंडियन नेशनल बैंक एम्पलाइज फेडरेशन (INBEF) इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस (INBOC) नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स (NOBW) एवं नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स (NOBO) सम्मिलित है, द्वारा आंदोलनात्मक कार्यक्रम एवं निम्नानुसार हड़ताल का आव्हान किया गया है :


* 31 जनवरी एवं 1 फरवरी 2020 (दो दिवसीय)


*11,12 एवं 13 मार्च 2020 (तीन दिवसीय) एवं


* 1 अप्रैल 2020 से अनिश्चितकालीन हड़ताल


निम्नलिखित मुद्दों एवं मांगों को लेकर:


1. वेतन पुनरीक्षण समझौता वेतन पर्ची के आधार पर 20% वृद्धि एवं पर्याप्त अतिरिक्त प्रभार के लागू किया जाए।


2. 5 दिवसीय बैंकिंग प्रणाली प्रारम्भ की जाए।


3. विशेष भत्ते का मूल वेतन में विलय किया जाए। न्यू पेंशन स्कीम को हटाया जाए ( Scrap NPS) ।


5. पेंशन का अद्यतनीकरण।


6. परिवार पेंशन में सुधार।


7. स्टाफ कल्याण कोष का आवंटन परिचालन लाभ के आधार पर किया जाए।


8. बगैर सीमा के सेवानिवृत्ति उपरांत देय लाभों को आयकर में छूट प्रदान की जाए


9. शाखाओं में समान रूप से व्यवसाय कार्य का समय, भोजनावकाश का समय, आदि निर्धारित किया जाए।


10. अवकाश बैंक की धारणा को स्थापित किया जाए।


11. अधिकारियों के लिए कार्य के समय को निर्धारित किया जाए।


12. संविदा कर्मचारियों/व्यावसायिक अभिकर्ताओं हेतु समान कार्य के लिए समान वेतन का निर्धारण किया जाए।


समाधान वार्ता :


मुख्य श्रम आयुक्त, श्रम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिनांक 27 जनवरी 2020 को दिल्ली स्थित कार्यालय में आमंत्रित कर समाधान वार्ता का आयोजन किया गया । समाधान वार्ता के दौरान भारतीय बैंक संघ (IBA) ने अपना अडिग एवं कठोर नजरिया दर्शाया और इसलिए स्थिति में किसी तरह का सुधार नहीं हुआ।


31 जनवरी एवं 1 फरवरी 2020 को हड़ताल :


उपरोक्त के मद्देनजर संघों के समक्ष अन्य कोई विकल्प नहीं है अतः यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स (UFBU) अपनी मांगों को मनवाने के लिए आंदोलनात्मक कदम उठाने हेतु बाध्य है तदनुसार दिनांक 31 जनवरी एवं 1 फरवरी 2020 को हड़ताल का आह्वान किया गया है । आमजन और बैंकों के हमारे ग्राहक यह महसूस कर रहे हैं कि हम औद्योगिक संबंधों में किसी तरह की समस्या उत्पन्न किए बगैर, ग्राहक सेवा में व्यवधान एवं हड़ताल आदि के बगैर धैर्यपूर्वक पिछले 30 माह से अपनी मांगों पर सकारात्मक समाधान के लिए वार्ता कर रहे हैं । तथापि भारतीय बैंक संघ (IBA) के कठोर रुख के विरोध में हमारे समक्ष हड़ताल पर जाने के अलावा अन्य कोई विकल्प शेष नहीं है । हम बैंक के समस्त सम्माननीय ग्राहकों से अपील करते हैं कि वह हड़ताल के कारण सेवा में होने वाले व्यवधान को हमारे साथ वहन करें, तथापि इस सब के लिए हमें बैंक प्रबंधन एवं भारतीय बैंक संघ (IBA) द्वारा मजबूर किया गया है ।


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