जय किसान फसल ऋण माफी योजना सहकारिता के लिए एक अवसर : अशोक सिंह

सरकार के नीति-निर्देशों को क्रियान्वित करने में अहम भूमिका निभाएं सीईओ : अजीत केसरी
सहकारी संस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने में अंकेक्षण की अहम भूमिका : डॉ. एम.के. अग्रवाल
भोपाल, 22 अक्टूबर, 2019। मध्यप्रदेश शासन के समय-समय पर जारी होने वाले नीति-निर्देशों के साथ प्रदेश की सहकारी संस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने की दिशा में प्रदेश ·े ·े जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं अपेक्स बैंक के संभागीय शाखा प्रबंधकों की एक प्रादेशिक बैठक भोपाल में अपेक्स बैंक के टीटी नगर स्थित सुभाष यादव भवन में सम्पन्न हुई। बैठ· में अपेक्स बैंक के प्रशासक श्री अशोक सिंह ने निर्देशित कर अवगत ·कराया कि प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्रीजी  की मंशाुनुरूप जय किसान फसल ऋण माफी योजना का लाभ जरूरतमंद किसानों को दिलाने के लिए सहकारिता को शासन से रू. 5250 करोड़ प्राप्त हुआ है, साथ ही अतिशीघ्र शेष रू. 2000 ·रोड़ अंशपूंजी के रूप में प्राप्त होंगे। इस योजना से अब तक तक लगभग 9.42 लाख सहकारिता से जुड़े एनपीए खाते लाभान्वित हुए हैं, जिन्हें प्राथमिकता के आधार पर ऋण वितरित कर जहां एक ओर इस योजना के उद्देश्य को पूरा किया जा सकता है, वहीं दूसरी ओर बैंक के व्यवसाय में वृद्धि भी संभव होगी। उन्होंने जिला सहकारी बैंकों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने अमले के माध्यम से इस कार्य में अहम भूमिका निभाएं तथा बैंकिंग कल्चर की तर्ज पर अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वहन करें।
 प्रमुख सचिव सहकारिता श्री अजीत केसरी ने निर्देशित किया कि वर्तमान में सहकारी बैंकें एवं सहकारिता के क्षेत्र में काम करने वाले प्रत्येकअधिकारी/कर्मचारी को ईमानदारी एवं तत्परता से अत्यंन्त महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आप लोगों को जिले में किसी भी प्रकार की यदि कठिनाई आती है तो हमें समय-समय पर अवगत कराएं, शासन स्तर पर आपको पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा, लेकिन शासन के नीति-निर्देशों को क्रियान्वित कराने में मुख्य भूमका जिला बैंकों मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को ही निभाना होगी।
 आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक, सहकारी संस्थाएं डॉ. एमके अग्रवाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि सहकारी बैंकों को वित्तीय अनुशासनों यथा अंकेक्षण, सतत अंकेक्षण, सांविधिक अंकेक्षण, नाबार्ड द्वारा किए गए निरीक्षण, समितियों के आयकर रिटर्न, जीएसटी रिटर्न एवं रिकंसीलियेशन के कार्यों को समय-सीमा में पूरा करने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि इनका पालन निर्धारित समयावधि में पूर्ण कराने का दायित्व जिला सहकारी बैंकों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों का होगा। बैठक में संयुक्त आयुक्त सहकारिता श्री अरविंद सिंह सेंगर ने भी सहकारी बैंकों को सुदृढ़ बनाने पर प्रकाश डाला। बैठक का संचालन बैंक के प्रबंध संचालक श्री प्रदीप नीखरा ने करते हुए बैंक की प्रगति की स्थिति से सभी को अवगत कराया एवं कहा कि शासन की मंशानुरूप कमर कसकर प्रत्येक अधिकारी/कर्मचारी संस्थाओं के व्यवसाय वृद्धि, अमानत संग्रहण, वसूली की प्रगति एवं अन्य योजनाओं को मूर्तरूप देने का प्रयास करें। बैठक में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारीद्वय सर्वश्री अमरेश सिंह, यतीश त्रिपाठी, सहायक महाप्रबंधकगण सर्वश्री आरके श्रीवास्तव, आरएस चंदेल, पीकेएस राठौर, एचएस तोमर, केटी सज्जन, संभागीय प्रबंध· डॉ. रवि ठक्कर, कमाली, गणेश यादव सहित बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश के जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों के मुख्य कार्यपालन अधिकारीगण उपस्थित हुए।
अभय प्रधान
जनसम्पर्क· अधिकरी
अपेक्स बैंक, भोपाल


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