द्वितीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया 


संत हिरदाराम साहिब जी के आशीर्वाद एवं परम श्रद्धेय सिद्ध भाऊ जी के मार्गदर्शन में संचालित श्री संत प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग संस्थान आरोग्य केन्द्र में सोमवार 18 नवम्बर को द्वितीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें रोग निवारण एवं प्रशिक्षण मासिक शिविर में आए हुए सभी शिविरार्थीयों एवं आरोग्य केन्द्र के सभी प्राकृतिक चिकित्सक शामिल हुए। इस मौके पर प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र के सबसे वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. रमेश टेवानी ने कहा कि पहले तो जीवन की दिनचर्या ही इस तरह की हो कि इंसान कभी बीमार ही नही पड़े क्योंकि प्रकृति नें इंसान के जीवन में बीमारी का कोई स्थान नही रखा है, बीमारी तो इंसान ने खुद पैदा की है यदि अनियमित दिनचर्या व गलत खानपान के कारण अगर कोई बीमार पड़ता है तो प्राकृतिक चिकित्सा में हर जटिल बीमारी का इलाज है, जिसका प्रयोग किया जाना चाहिए। द्वितीय  प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के उपलक्ष्य में उन्हें प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति एवं जीवन शक्ति के बारे में आरोग्य केन्द्र के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. गुलाब राॅय टेवानी द्वारा शिविरार्थियों को अवगत कराया गया साथ ही उन्हें प्राकृतिक चिकित्सा दिवस का महत्व भी समझाया गया। दोनो डाक्टरों ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र में हर बीमारी का इलाज प्राकृतिक पंच तत्वों से किया जाता है इसलिए इसका लाभ उठाना चाहिए। अब तो हर माह में दस दिन के लिए प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन भी किया जा रहा है ताकि शिविरार्थियों के लिए यहाँ पर सीखकर घर पर भी उसी विधी से इलाज करना संभव हो सके।
सोमवार का यह कार्यक्रम केन्द्रीय प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली एवं राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान, पुणे महाराष्ट्र के तत्वाधान से आरोग्य केन्द्र में मनाया गया। जिसमें प्राकृतिक चिकित्सा दिवस को प्रतीत करते 
हुए सभी शिविरार्थियों एवं आम जन ने धूप स्नान लेकर हमेशा स्वस्थ रहने का प्रण लिया। आरोग्य केन्द्र में प्राकृतिक चिकित्सा दिवस 15 नवम्बर से 24 नवम्बर 2019 तक शिविर की गतिविधियों के साथ-साथ मनाया जाएगा। जिसका समापन 24 नवम्बर को प्रातः 10 बजे किया जाएगा।             
 


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