बी-नेस्ट में इंक्यूबेट होने 48 घंटे की प्रतियोगिता में शामिल होने देश के 250 प्रतिभागी
भोपाल स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा हैकाथाॅन का आयोजन 30 नवम्बर से 1 दिसम्बर 2019 तक
देश के अलग-अलग शहरों से आए 4500 आवेदन
भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट काॅर्पोरेशन लिमिटेड की कंपनी बी-नेस्ट में स्टार्टअप्स के लिए दो दिवसीय हैकाथाॅन का आयोजन 30 नवम्बर 2019 से होगा। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 10ः00 बजे होटल नूर-उस-सबा में होगा। कार्यक्रम में देश के अलग-अलग शहरों से लगभग 250 प्रतिभागी भाग लेगें। प्रतियोगिता लगातार 48 घंटे चलेगी। इसमें प्रथम 10 टीमों को इंक्यूबेशन सेंटर में एंट्री और प्रथम आने वाली टीम को रु. 1,25,000 का पुरस्कार दिया जाएगा।
इस प्रतियोगिता में देशभर से 4500 रजिस्ट्रेशन प्राप्त हुए है। प्रदेश में यह अपने तरह का दूसरा हैकाथाॅन (प्रतियोगिता) जो लगातार दो दिन चलेगा। पहला हैकाथाॅन भी भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट काॅर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा ही कराया गया था। इस बार हैकाथाॅन में 60 टीमों के 250 सदस्य भाग लेंगे। प्रतियोगिता आॅफ लाईन माध्यम से होगी। प्रथम 10 टीमों को स्मार्ट सिटी के बी-नेस्ट में इंक्यूबेट किया जाएगा। प्रथम पुरस्कार के रूप में रु. 1,25,000, द्वितीय पुरस्कार के रूप में रु. 75,000 एवं तृतीय पुरस्कार रु. 50,000 का होगा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले 21 व 22 अपै्रल 2018 को हैकाथाॅन (प्रतियोगिता) का आयोजन भोपाल स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा किया गया था। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए देश के अलग-अलग शहरों से 1200 आवेदन प्राप्त हुए थे। इसमें सफल प्रतिभागीयों को भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट काॅर्पोरेशन लिमिटेड के इंक्यूबेशन सेंटर बी-नेस्ट में इंक्यूबेट किया गया था।
10 थीम्स् पर आधारित होगा हैकाथाॅन
हैकाथाॅन 10 थीम्स् पर आधारित होगी। हर टीम के लिए अपनी एक अलग थीम होगी जिस पर आईडिया के आधार पर उन्हें काम करना होगा। इन थीमों में हेल्थकेयर, वाॅटर, ट्रांसपोर्ट, वेस्ट, एनर्जी, इंडस्ट्रीयल ;प्व्ज्द्ध, सिटीजन, सर्विसेस, सिटी सर्विलेंस फिनटेेक पर आधारित होगी।
क्या है बी-नेस्ट
भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट काॅर्पोरेशन लिमिटेड का बी-नेस्ट प्रदेश का पहला सरकारी इंक्यूबेशन सेंटर है। इसमें स्टार्टअप्स को उनके आईडिया के आधार पर चयनित किया जाता है। इंक्यूबेशन सेंटर की क्षमता 50 इंक्यूबेटर्स की हैं। स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा बी-नेस्ट के इंक्यूबेट्स को वर्किंग स्पेस, कैफेटेरिया, इंटरनेट, वित्त प्रबंध संबंधी सलाह, प्रोडक्ट को पेटेंट कराना, विधिक सलाह, कंपनी का गठन कराना आदि में मदद निःशुल्क की जाती है। इसके साथ ही इंक्यूबेटर्स के लिए विषय-विशेषज्ञों की कार्यशाला का आयोजन भी किया जाता है।