जातिय शोषण-प्रताड़ना पर विशेष घ्यान दे शासन - यश भारतीय
कुछ लोग अपने आपको उच्च जाति का समझते हुए दूसरे को छोटी जाति का बनायें रखना चाहते हैं, ऐसी मानसिकता के लोगो के ऊपर सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए जिससे जातिय भेदभाव-शोषण होने की घटनाओं पर रोकथाम लगाई जा सकें। शिवपुरी में दो मासूम दलितो कि हत्या निंदनीय ,जातिय आधार पर हुई हत्या अति दुर्भाग्य पूर्ण है ।आज़ादी के 72 वर्ष बाद भी जातिय असमानता खत्म नहीं हुई ये इसका प्रमाण है। जबतक इस तरह कि जातिय असमानता है तब तक पिछड़े-शोषितो को विशेष अधिकार दिए जाना सही है ,आज समय की मांग है कि इस तरह के प्रकरण में दण्ड और न्याय जल्द से जल्द पीड़ितों को मिले | देखने में आया है कि मप्र में दिन प्रतिदिन जातिय शोषण-प्रताड़ना की घटना बढ़ रही है,ऐसे में पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी अत्याधिक बढ़ जाती है देश को संविधान की मूल भावना के अनुरूप ही चलाने की,बिना किसी दबाव और भेदभाव के ,सही समय पर यदि कार्यवाही होगी तो छोटी घटना होते ही समय रहते रोकथाम लगाई जा सकती है उसका बड़ा रूप नहीं होने पाएगा | शासन जातिय शोषण-प्रताड़ना पर विशेष घ्यान देने का काम करे ।
यश भारतीय
पूर्व प्रदेश प्रवक्ता
मप्र समाजवादी पार्टी