पॉलिटेक्निक अतिथि व्याख्याताओं ने किया परीक्षा ड्यूटी एवं प्रायोगिक परीक्षा का बहिष्कार


 नियमितीकरण लांबित मांग पूरी नही होने से आक्रोशित अतिथि व्याख्याताओं ने  पॉलिटेक्निक महाविद्यालय एवं इंजीनियरिंग महाविद्यालय में परीक्षा एवं प्रायौगिक परीक्षा ड्यूटी का बहिष्कार कर दिया है। *सचिव दिनेश सेन* ने बताया कि लभभग 800 अतिथि व्याख्याताओं को 400 रुपये प्रति कालखंड के हिसाब से मानदेय दिया जाता है चूकी प्रायोगिक एवं परीक्षा ड्यूटी में प्रति पेपर प्रति अतिथि व्याख्याता को 3 घंटे के मात्र 75/- रू दिए जाते हैं। जबकि तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा पिछले 2 वर्षों से 11 माह की नियुक्ति सभी पॉलीटेक्निक और इंजिनियरिंग कॉलेज में दी जा रही है एवं प्रति घंटा रूपी मानदेय दिए जाने के कारण कक्षाएं बंद होने पर हमे मानदेय तो मिलता नहीं जबकि ड्यूटी दोनों ही एक से दो माह तक देना पड़ती है। एवं तकनीकी शिक्षा विभाग बोलता है कि हम अध्यापन के अलावा कोई कार्य नहीं कराते है जो कि एक प्रकार से मूलतः शोषित व्यवस्था है। सभी अतिथि व्याख्याता इस अन्याय पूर्ण व्यवस्था का बहिष्कार करते है। सभी अतिथि व्याख्याताओं को 400/- रु प्रति कालखंड के हिसाब से  3 घंटे के प्रति अतिथि व्याख्याता प्रति पेपर 1200/- देने के साथ नियमितीकरण की लंबित मांगो पर सीघ्र ही निर्णय लिया जावे तभी सभी अतिथि व्याख्याता अपने कार्य पर वापिस आएंगे। इस शोषण प्रथा से मुक्त कराने हेतु सभी प्राचार्यों को को आवेदन देकर तकनीकी शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मानवीय मूल्यों एवं  पॉलीटेक्निक अतिथि व्याख्याता कर्मचारियों के हितों की रक्षा करने का भी निवेदन किया है।

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