अपोलो हाॅस्पिटल्स दिल्ली ने मनाई पहले सफल पीडिएट्रिक लिवर ट्रांसप्लन्ट की 21वीं सालगिरह

अपोलो हाॅस्पिटल्स ने आयोजित किया इंटरनेशनल पीडिएट्रिक एण्ड गैस्ट्रोएंट्रोलोजी एण्ड हेपेटोलोजी स्कूल 
पीडिएट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलोजी, हेपेटोलोजी और लिवर ट्रांसप्लान्ट, एंडोस्कोपी और मोटिलिटी पर कार्यशालाओं का आयोजन 
नई दिल्लीः इन्द्रप्रस्थ अपोलो हाॅस्पिटल्स बड़े पैमाने पर पीडिएट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलोजी और हेपेटोलोजी में 5 दिवसीय अकादमिक गतिविधियों का आयोजन कर रहा है, इतने बड़े पैमाने पर भारत में इससे पहले ऐसे कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया। इस उपलक्ष्य में 30 और 31 अक्टूबर 2019 को एंडोस्कोपी- बेसिक एण्ड अडवान्स्ड एण्ड मोटिलिटी वर्कशाॅप का आयोजन किया जाएगा; 1 और 2 नवम्बर को इंटरनेशनल स्कूल इन पीडिएट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलोजी एण्ड हेपेटोलोजी पर वर्कशाॅप का आयोजन होगा; 3 नवम्बर को पीडिएट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलोजी, हेपेटोलोजी, लिवर ट्रांसप्लान्ट और न्यूट्रिशन पर प्ग् अपडेट का आयोजन होगा। 


इस अवसर पर डाॅ अनुपम सिब्बल, ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर, सीनियर कन्सलटेन्ट, पीडिएट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलोजी एण्ड हेपेटोलोजी, इन्द्रप्रस्थ अपोलो हाॅस्पिटल्स ने कहा, ''हमारा सम्मेलन अपने नौंवें साल में है, यह दुनिया भर के गैस्ट्रोएंट्रोलोजिस्ट्स एवं बाल रोग विशेषज्ञों के लिए आधुनिक तकनीकों एवं उपचारों पर चर्चा एवं विचार-विमर्श के लिए महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है। इस साल सम्मेलन में 4 महाद्वीपों के 22 देशों से फैकल्टी एवं प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। हमें गर्व है कि हमें इस सुपर स्पेशलटी में कार्यशालाओं के आयोजन का अवसर मिला है। भारत में पीडिएट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलोजी के पहले राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड के छात्र ने 2016 में हमारे ही अस्पताल से ग्रेजुएशन किया।'' 


श्री पी शिवकुमार, सीईओ, अपोलो हाॅस्पिटल्स, दिल्ली ने कहा, ''इस तरह के सम्मेलन बाल उत्कृष्टता में सुधार लाने में कारगर होते हैं, जो अपोलो हाॅस्पिटल्स के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। चिकित्सकों के लिए ज़रूरी है कि वे आधुनिक तकनीकों, उपचारों और अध्ययनों के बारे में अप-टू-डेट रहें, ताकि वे मरीज़ों को सर्वश्रेष्ठ संभव देखभाल दे सकें। बाल रोग चिकित्सकों के पास आने वाले 30 फीसदी मरीज़ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल या लिवर की समस्याओं से पीड़ित होते हैं, इन रोगों के उपचार में साल-दर-साल सुधार हो रहा है। यह सम्मेलन इन क्षेत्रों में आधुनिक उपचार प्रक्रियाओं, प्रमाण आधारित कंटेंट एवं व्यवहारिक लर्निंग मोड्यूल्स के आदान-प्रदान के लिए उत्कृष्ट मंच की भूमिका निभाएगा।'' 


डाॅ एन सुब्रमण्यम, डायरेक्टर, मेडिकल सर्विसेज़, सीनियर यूरोलोेजिस्ट, अपोलो हाॅस्पिटल्स, दिल्ली ने  कहा, ''सम्मेलन के दौरान कई महत्वपूर्ण विषयों को कवर किया जाएगा जैसे हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिससी, इन्फेन्टाइल कोलियोस्टेसिस, एक्यूट लिवर फेलियर, लिवर ट्रांसप्लान्ट, अडवान्स्ड एंडोस्कोपी, सेलियक रोग, पैनक्रियाटिटिस, इन्फलामेटरी बोेवल रोग, मोटिलिटी एवं भोजन से एलर्जी। 


डाॅ सरथ गोपालन, सीनियर कन्सलटेन्ट, पीडिएट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलोजी एण्ड हेपेटोलोजी ने कहा, ''इस स्तर के प्रवक्ता इससे पहले भारत में ऐसे पैमाने के पीडिएट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलोजी एवं हेपेटोलोजी मंच पर एकजुट नहीं हुए हैं। यहां तक कि वरिष्ठ चिकित्सकों के लिए भी यह सम्मेलन बेहद कारगर साबित होगा। सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले प्रतिनिधि यहां से वापस जाकर मरीज़ों की देखभाल के लिए यहां से सीखी गई नई प्रथाओं को अपनाने के लिए उत्सुक होंगे।'' 
   


 


Popular posts from this blog

मारुति सुजुकी के न्यू एज बलेनो का ग्लोबल प्रीमियर

जीप इंडिया ने पेश की कम्पास ट्रेलहॉक

आॅस्ट्रेलिया में दिखा दुर्लभ 'कंबल' आॅक्टोपस