मध्‍य प्रदेश टूरिज्‍म ने लॉन्‍च नई मोबाइल ऐप – रनकेशन


पर्यटकों को मिलेगी मध्‍य प्रदेश के समस्‍त पर्यटन स्‍थलों की जानकारी


मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने अपना नया मोबाइल ऐप 'रनकेशन' सफलता पूर्वक लॉन्च किया। यह ऐप्‍लीकेशन एंड्रॉइड और आईओएस दोनों ही प्लेटफॉर्म पर कार्य करेगा। इस मोबाइल ऐप के द्वारा पर्यटक मध्य प्रदेश के समस्‍त पर्यटन सथलों की जानकारी प्राप्‍त कर सकेगे। इतना ही नहीं उन पर्यटन स्‍थलों तक पहुचने का मार्ग तथा होटल बुकिंग भी करा सकेंगे। 


इस ऐप में पर्यटकों के लिए गंतव्‍यों की 360 डिगरी फ़ोटोस तथा क्विज़ भी शामिल किये गए है जिसके द्वारा ऐप पर M.P में गंतव्यों का पता लगा सकते हैं। साथ ही साथ मोबाइल ऐप में जीपीएस आधारित ट्रेजर हंट भी उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग परिवारों और समूहों द्वारा गंतव्य पर अन्वेषण के लिए किया जा सकता है।


यह ऐप वर्तमान में 7 डेस्टिनेशन - भोपाल, खजुराहो, ग्वालियर, मांडू, ओरछा, पचमढ़ी, पेंच पर लाइव हैं और जल्द ही और डेस्टिनेशंस जोड़े जाएंगे।


मध्य प्रदेश पर्यटन पिछले कई दशको से पर्यटन के लिए मघ्यप्रदेश में आने वाले पर्यटकों को उच्च स्तरीय सेवाएं व सुविधायें प्रदान करता आ रहा है। मध्यप्रदेश भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य है जिसे “भारत का हृदय” भी कहा जाता है। हाल ही में मध्यप्रदेश के बाघों की सर्वाधिक संख्या होने की वजह से “टाइगर स्टेट ऑफ इंडिया” घोषित किया गया है। इस राज्य का इतिहास, भौगोलिक स्थिति, प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विरासत और यहाँ के लोग इसे भारत के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों में से एक बनाते हैं। बांधवगढ़ नेशनल पार्क में टाइगर देखने से लेकर खजुराहो के मंदिर की मूर्तियों में वास्तविक भारत को खोजा जा सकता हैं। मध्यप्रदेश की स्थलाकृति राज्य की केंद्रीय स्थिति तथा साथ ही साथ समृद्ध प्राकृतिक विविधता इसे संपूर्ण पर्यटन गंतव्य बनाते हैं। उच्च पर्वत श्रेणियों, नदियों और झीलों से युक्त हरे भरे जंगल प्रकृति के विभिन्न तत्वों के बीच एक सुंदर सामंजस्य प्रदान करते हैं। विभिन्न प्रकार के पशु पक्षी और पौधे तथा यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता मध्य प्रदेश के पर्यटन की विशेषता है। साथ ही साथ यहॉ का इतिहास, सांस्कृतिक धरोहर और आदिवासी संस्कृति मध्य प्रदेश के पर्यटन का एक महत्वपूर्ण भाग है।


 


Popular posts from this blog

मारुति सुजुकी के न्यू एज बलेनो का ग्लोबल प्रीमियर

जीप इंडिया ने पेश की कम्पास ट्रेलहॉक

आॅस्ट्रेलिया में दिखा दुर्लभ 'कंबल' आॅक्टोपस