आविष्कार क्यों और कितना जरूरी


भोपाल। 13 सितम्बर। हमारी जो बौद्धिक सम्पदा है उस पर किसी अन्य का अधिकार नहीं होता वह हमारी अचल सम्पत्ती है इसे पेटेन्ट कर सकते है एवं मुनाफे के हकदार हो सकते है। उक्त बात मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान भोपाल (मेपकास्ट) के मुख्य वैज्ञानिक डाॅ. एन.के. चौबे ने कॅरियर काॅलेज के रसायन शास्त्र विभाग रोल आॅफ इटेलैक्चुअल प्रापर्टी राईट्स विषय पर आधारित एक दिवसीय सेमिनार में कही। उन्होंने कहा कि कोई भी छोटी चीज पर आविष्कार या चित्र भी पेटेंट के अंतर्गत आता है। बशर्ते वो नवाचार हो। सेमिनार में रविन्द्र नाथ टैगोर वि'वविद्यालय की डाॅ. सुदेश रे मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने पेटेंटे फाइलिंग एवं उसके प्रक्रिया के बारे में प्रकाश डालते हुए आविष्कार का महत्व एवं आविष्कार क्यों करना चाहिए आदि महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की। सेमिनार में अतिथि का स्वागत प्राचार्या डाॅ. पूनम गुप्ता एवं एकेडमिक डायरेक्टर डाॅ. पी. एन. तिवारी तथा आभार विभागाध्यक्ष डाॅ. सुपर्णा घोष द्वारा किया गया। इस अवसर पर विभाग की डाॅ. अनीता के., डाॅ. श्वेता शर्मा, डाॅ. रूचि दुबे शर्मा एवं डाॅ. अनीता सिंह सहित सभी स्टाॅफ और विद्यार्थी उपस्थित थे। इस सेमिनार में लगभग 50 प्रतिभागियों ने अपनी सहभागिता दी। 


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